बोध्द धर्म

महात्मा बुध द्वारा बताई गई पुजा शास्त्र विरुद्ध है !!
        श्रीमद भगवत गीता अध्याय 16 श्लोक में गीता ज्ञान देने वाला भगवान कह रहा है कि यह भक्ति मार्ग ना तो ज्यादा खाने वाले, ना बहुत कम खाने वाले का है ।  लेकिन गौतम बुद्ध तो लगभग 6 साल तक बिना खाए पिए ही रहे । गीता के अनुसार तो ऐसी साधना व्यर्थ है ।
महात्मा बुद्ध द्वारा बताई गई साधना से कोई आध्यात्मिक लाभ नहीं मिला !!
        गीता अध्याय 18 श्लोक 62 में गीता ज्ञान देने वाला अर्जुन को उस परमात्मा की शरण में जाने के लिए कह रहा है जिसकी शरण में जाने के बाद मोक्ष की प्राप्ति होगी । लेकिन गोतम बुद्ध तो परमात्मा को ही नहीं मानते तो फिर उनका मोक्ष कैसे संभव है ?

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